दोस्तों यदि आप रासायनिक समीकरणों के विषय में basic knowledge चाहते है तो first of all निचे दिए गए post एक बार पढ़ लेना आवश्यक है-
Ion (आयन) किसे कहते है
वैसे रासायनिक element अथवा यौगिक जिस पर धन अवेस अथवा ऋण अवेस होता है उसे हम ion कहते है ,दुसरे शब्दों में हम कहेगे की वैसे element जो electron को ग्रहण करेने की क्षमता रखते है उसे हम ion कहते है.
ion दो प्रकार के होते है ,जो निचे दिए गए है –
(i)धनायन (ii) ऋण आयन
(i)धनायन :-
वैसे आयन जो इलेक्ट्रोन को त्यागने का प्रवृति रखते है जिसपर इकाई धन अवेस होता है इसे हम धनायन कहते है .
जैसे – Mg2+ ,K+ , Na + इत्यादि धनायन के उदहारण है ,Mg पर 2 धन अवेस है अर्थात Mg दो इलेक्टोंन को त्यागने का प्रवृति रखता है. ठीक इसीप्रकार K और Na पर एक धन आवेस है इसलिए यह एक इलेक्ट्रोन को त्यागने का प्रवृति रखता है.
(ii)ऋण आयन :-
वैसे आयन जिसपर इकाई ऋण अवेस होता है .जो इलेक्ट्रानो को ग्रहण करने का प्रवृति रखते है इसप्रकार के आयन को हम ऋण आयन कहते है .
जैसे – Cl– , SO42- ,यहाँ पर Cl पर एक ऋण अवेस है और SO42- पर 2 ऋण आवेस है अर्थात Cl एक इलेक्ट्रोन को ग्रहण करने का प्रवृति रखता है और SO4 यहाँ पर 2 इलेक्ट्रोंन को ग्रहण करने का प्रवृति रखता है.
आयनिक समीकरण(Ionic Equation ) :-
जब धनायन और रिणायन आपस में एलेक्टों के साझेदारी करके रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेते है तो इसप्रकार के रासायनिक समीकरण को आयनिक समीकरण कहा जाता है.इसे हम निचे दिए गए उदहारण के साथ समझने का प्रयास करते है. जैसे-
- K+ + Cl– –> KCl
- H+ + OH– –> H2O
- Ag+ + Cl– –> AgCl↓
- Ba++ + SO42- –>BaSO4
ऊपर दिया गया समीकरण एक आयनिक समीकरण है इसमे पोटासियम (K) एक electron का त्याग करता है और Cl एक इलेक्ट्रोन को ग्रहण करता है और फिर KCl बनता है ठीक इसी प्रकार AgCl और BaSO4 भी आयनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप बनता है.
आणविक समीकरण को आयनिक समीकरण में कैसे बदला जाता है-
दोस्तों जैसा की ऊपर उदहारण में दिखाया गया है दिए गए समीकरणों में यौगिकों को इसके आयनों में तोड़कर जब लिख दिया जाता है तो यह आयनिक समीकरण के रूप में बदल जाता है, जैसा की निचे दिखाया गया है –
1Q. Potassium Chloride (KCl) तथा Silver Nitrate (AgNO3) अभिक्रिया करके Potassium Nitrate (KNO3) (विलेय) और Silvar Chloride(AgCl)(अविलेय) देता है. इससे बने आणविक समीकरण को इसके आयनिक समीकरण के रूप में लिखें.
हल :- (i)आणविक समीकरण :-
KCl + AgNO3 –> AgCl ↓ +KNO3
(ii)आयनिक समीकरण :-
K+ +Cl– + Ag++NO3– –> AgCl ↓+K+ + NO3–
चुकी दिए गए आयनिक समीकरण में K+ और NO3– आयन समीकरण के दोनों तरफ उपस्थित है अतः उन्हें हटाया भी जा सकता है.Finally अब हमारा दिया गया आयनिक समीकरण इसप्रकार होगा.
Ag+ + Cl– —> AgCl ↓
अब इस आयनिक समीकरण से वह सबकुछ समझाया जा सकता है जो वास्तव में हो रहा है.
Q(2)Potassium Sulphate (K2SO4) तथा Barium Chloride (BaCl2) बिलयन के साथ अभिक्रिया करके Barium Sulphate (BaSO4)(अविलेय ) और Potassium Chloride (KCl) (विलेय ) बनाते है .इससे बनने वाले आणविक समीकरण को आयनिक समीकरण के रूप में लिखे.
हल:–आणविक समीकरण:-
K2SO4 +BaCl2 —> BaSO4↓ + 2KCl
आयनिक समीकरण :-
2K+ + SO42- +Ba2++2Cl– —->BaSO4↓ +2K+ + 2Cl–
अब दोनों तरफ सामान आयन को बराबर करके हटाएगें इसके लिए हम देखते है की दिए गए आयनिक समीकरण में 2K+ और 2Cl– आयन समीकरण के दोनों तरफ उपस्थित है अतः उन्हें हटाया भी जा सकता है.अब finally हमारा दिया गया आयनिक समीकरण इसप्रकार होगा.
Ba2+ + SO42- —->BaSO4↓
Q(3) सोडियम हैड्रोकसाइड (NaOH) और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) का विलयन के साथ अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड(NaCl) अर्थात नमक (विलेय ) और जल (H2O)प्राप्त होता है.इससे प्राप्त आणविक समीकरण को आयनिक समीकरण के रूप में लिखे .
हल :- आणविक समीकरण :-
NaOH + HCl —->NaCl + H2O
आयनिक समीकरण :-
Na+ +OH– +H+ + Cl– —->Na+ + Cl– +H2O
अब दोनों तरफ के सामान अर्थात बराबर अयनो को हटाने पर –
H+ +OH– —->H2O
Note:-दोस्तों ,(—–>)चिन्ह के बाई ओर जो भी तत्व ,योगिक या आयन होता है उसे अभिकारक कहते है और (—->)के दाई ओर जो भी तत्व ,योगिक या आयन होता है उसे हम उत्पाद कहतें है .जैसा को निचे दिए गए समीकरण में दिखाया गया है
K2SO4 +BaCl2 —> BaSO4↓ + 2KCl
ऊपर दिए गए समीकरण में K2SO4 और BaCl2 अभिकारक है और BaSO4↓ और 2KCl उत्पाद है.
Oxidation(आक्सीकरण ) और Reduction(अपचयन )अभिक्रिया क्या है
दोस्तों ion electron method को जानने से पहले आक्सीकरण और अपचयन अभिक्रियाओ को जानना अति अवश्यक है जो निचे दिए गए है
(1)Oxidation Reaction (आक्सीकरण अभिक्रिया ):-
वैसी अभिक्रिया जिसमें इलेक्ट्रोनों का त्याग होता है उसे हम आक्सीकरण अभिक्रिया (oxidation reaction )कहा जाता है और जो अभिकारक इलेक्ट्रोनो को उसे ओक्सिकारक कहलाता है.
(2)Redaction Reaction (अपचयन अभिक्रिया ):-
वैसी अभिक्रिया जिसमें इलेक्ट्रोनों का ग्रहण होता है अपचयन अभिक्रिया(Redaction Reaction) कहलाता है और जो अभिकारक इलेक्ट्रोनों को त्याग करता है उसे हम अपचायक कहते है.
इन दोनों अभिक्रियाओ को निचे दिए गए उदहारण के साथ समझने का प्रयास करते है .
- 2Na(s) —->2Na+(g) +2e– ——-(1) , इस अभिक्रिया में सोडियम (Na) 2 इलेक्ट्रोनों को त्याग करता है इसलिए यह अपचायक है और और यह अभिक्रिया आक्सीकरण अभिक्रिया कहलाती है.
- Cl2(g) + 2e– —> 2Cl– (g) ———–(2) इस अभिक्रिया में क्लोरिन द्वारा 2 इलेक्ट्रोनो को ग्रहण किया जाता है इसलिए यह अभिक्रिया एक अपचयन अभिक्रिया है और इस अभिक्रिया में Cl एक अक्सिकारक है क्योकि यह 2e– को ग्रहण करता है
जब कोई भी तत्व इलेक्ट्रोनो को त्याग करता है तो इसपर (+) अवेस हो जाता है और जब कोई तत्व इलेक्ट्रानो को ग्रहण करता है तो इसपर (-) आवेश हो जाता है.
(3)Redox Reaction (आक्सीकरण -अपचयन अभिक्रिया ):-
वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें ऑक्सीकरण और अपचयन अभिक्रिया साथ-साथ होता है इस प्रकार के अभिक्रिया को हम Redox Reaction (आक्सीकरण – अपचयन अभिक्रिया ) कहतें है.जैसा की निचे दिखाया गया है –
जैसे – NaOH + HCl —->NaCl + H2O ,
इस अभिक्रिया में आक्सीकरण और अपचयन अभिक्रिया साथ साथ हो रहा है इसलिए यह अभिक्रिया आक्सीकरण -अपचयन अभिक्रिया है ,दोस्तों एक बात का हमेसा ध्यान रखिये यदि दो अभिकारक आपस में अभिक्रिया कर रहें हो तो उसमें एक का यदि ऑक्सीकरण हो रहा है तो दुसरे अभिकारक का अपचयन होगा.
दोस्तों ,सरांस के रूप में इसे यद् रखने के लिये हम निचे दिए गए टिप्स को हमेसा याद रखेंगें.
आक्सीकरण (Oxidation):- किसी भी अभिकारक(स्पेसिज) द्वारा इलेक्ट्रोन का त्याग करना
अपचयन (Reduction):- किसी भी अभिकारक द्वारा इलेक्ट्रानो का ग्रहण करना या प्राप्त करना
अक्सिकारक :- इलेक्ट्रोन ग्राही अभिकारक
अवकारक :-इलेक्ट्रोन दाता अभिकारक
अब हम यदि ऊपर दिए गए दोनों समीकरणों को जोड़ देंगे तो प्राप्त समीकरण एक Redox समीकरण प्राप्त होगा.
2Na(s) —->2Na+(g) +2e– ——-(1)
Cl2(g) + 2e– —> 2Cl– (g) ———–(2)
________________________________________
दोस्तों जब इन दोनों समीकरणों को जोड़ते है तो पहले समीकरण में दाई ओर के इलेक्ट्रोन दुसरे समीकरण में प्राप्त बाई ओर के इलेक्ट्रोन से कैंसिल हो जाता है .तो अब हमारा दिया गया समीकरण निम्नलिखित होगा.
2Na(s) + Cl2(g) —–> 2Na+(g) + 2Cl– (g)
या 2Na(s) + Cl2(g) —–> 2Na+(g) + 2Cl– (g) ans
ऊपर दिए गए समीकरण में आक्सीकरण और अपचयन अभिक्रिया दोनों हो रही है .
Ion Electron Method के द्वारा आक्सीकरण और अपचयन समीकरणों को संतुलित करने की बिधि
दोस्तों ,Ion Electron Method द्वारा आयनिक समीकरणों को संतुलित करने के लिए निचे दिए गए नियमो को हम फॉलो करेंगे –
- सबसे पहले हम दिए गए Redox समीकरणों को दो अर्ध अभिक्रियाओ के रूप में लिखेगें .
- इन अभिक्रियाओं में प्राप्त अक्सिकारक और अपचायक को अलग अलग करके लिखेगें .
- अब अक्सिकारक के अपचयन के अर्ध अभिक्रिया को लिखेगें .
- इसके बाद अपचायक के आक्सीकरण के दूसरी अर्ध अभिक्रिया लिखेगें .
- अब सबसे पहले H और O के अतिरिक्त दुसरे परमाणुओं को संतुलित करिए .
- अब दोनों तरफ O परमाणुओं को संतुलित करने के लिए जिधर भी अवश्यक हो H2O जोड़ो .
- इसके बाद दोनों तरफ H परमाणुओं को सामान बनाने के लिए जिधर भी अवश्यक हो H+ जोड़ो.
- हम दोनों तरफ आवेश बराबर करेने के लिए जिस ओर आवश्यक हो इलेक्ट्रान जोड़ो.
- यदि अभिक्रिया छारीय माध्यम में हो रही हो तो अवश्यकता के अनुसार OH– अयन जोड़ों ,ताकि सभी H+ आयन इसके साथ मिलकर जल सकें.
- जल के जितने अणु दोनों ओर आये उनको कट दीजिये .
- अब दोनों अभिक्रियाओ के संतुलित समीकरणों को इसप्रकार जोड़ो की एक समीकरण के दाई ओर आये इलेक्ट्रोन दुसरे समीकरण के बाई ओर ए इलेक्ट्रोन से पूर्णतः कट जाये.
- इसके लिए दोनों अभिक्रियाओ के समीकरणों को एक उपयुक्त अंक से गुणा करिए.इसके बाद जोडीये ताकि इसके electron आपस में कट जाये .
- Finally प्राप्त समीकरण हमारा संतुलित रासायनिक समीकरण होगा.
अब हम इस नियम को निचे दिए गए समीकरणों के साथ समझने का प्रयास करते है.
1Q. अम्लीय विलयन में डायोक्रोमेट अयन द्वारा फेरस आयन के फेरिक आयन में आक्सीकरण के समीकरण को लिखो और Ion Electron Method का उपयोग करके इसे संतुलित करें .
हल :– (1)सबसे पहले दोनों समीकरणों को इनके अर्ध अभिक्रिया के रूप में लिखेंगें
Cr2O7 2- —->Cr 3+ ——(1)
और Fe2+ —–>Fe3+ ——(2)
(2)अब हम सबसे पहले समीकरण (1) को संतुलित करेंगे.
Cr2O72- —>Cr 3+ ——(1)
(3)इस समीकरण में O के आलावा Cr है ,इसको संतुलित करने के लिए हम hit & trail method का use करेंगे और समीकरण के दी ओर 2 से multiply कर देगें ,अब हमारा दिया गया समीकरण निम्लिखित होगा .
Cr2O7 2- —>2 Cr 3+ ——(1)
(4)Cr2O7 2- में 7 O परमाणु है इसलिए अब O परमाणुओं को संतुलित करने के लिए समीकरण के दाई ओर 7H2O जोड़ने पर
Cr2O7 2- —->2Cr 3+ +7H2O —-(1)
(5)अब H परमाणुओं को दोनों तरफ बराबर करने के लिए बाई ओर 14H+ आयन जोड़ने पर –
Cr2O7 2- +14H+—->2Cr 3+ +7H2O —–(1)
(6)दिए गए समीकरण में बाई ओर (14+(+)2- = 12+)आवेस है और समीकरण के दाई ओर 2*3+ =6+ अवेस है इसलिए समीकरण के बाई ओर 6e– आवेस जोड़ना होगा ताकि दोनों तरफ का हमारा आवेस बराबर हो जाय .अब हमारा दिया गया समीकरण निम्न होगा –
Cr2O7 2- +14H+ +6e– —>2Cr 3+ +7H2O ——–(1)
अब हमारा दिया गया यह अर्ध अभिक्रिया समीकरण संतुलित है ,अब दुसरे अभिक्रिया के समीकरण को लिख कर संतुलित करेंगे-
(1) Fe2+ —->Fe3+——-(2)
(2)अब अवेस बराबर करने के लिये दाई ओर एक इलेक्ट्रोन जोड़ने पर –
Fe2+ —->Fe3+ +e– ——-(2)
चुकीं हम देख रहे है की पहले अभिक्रिया में दाई ओर 6 इलेक्ट्रोन थे तो इसको बराबर करने के लिए इसमे हम 6 से multiply करेंगें
Fe2+ —->Fe3+ +e– ——(2)*6
6Fe2+ —->6Fe3+ +6e– ——(2)
अब हम समीकरण एक और समीकरण दो को आपस में जोड़ देंगें-
6Fe2+ —->6Fe3+ +6e– ——-(2)
Cr2O7 2- +14H+ +6e– —>2Cr 3+ +7H2O ——(1)
______________________________________________
Cr2O7 2- +6Fe2+ +14H+ —–>6Fe3+ +2Cr3+ +7H2O
______________________________________________
ऊपर दिया गया समीकरण हमारा संतुलित रासायनिक समीकरण होगा.
2Q.निचे दिए गए रासायनिक समीकरण को Ion Electron Method से संतुलित करिए-
H+ +MnO4– +Fe2+ ——->Fe3+ +Mn2+
हल :-(1)सबसे पहले हम इन समीकरण को तोड़ कर पहली अर्ध अर्ध अभिक्रिया को निचे लिखते है –
MnO4– —–> Mn2+ ——-(1)
(2)इस समीकरण में हम देखते है की बाई ओर 4 ,O परमाणु है तो अब इसको बराबर करने के लिए समीकरण के दाई ओर 4 H2O जोड़ेंगे-
MnO4– ——> Mn2+ 4H2O ———(1)
(3)इस समीकरण के दाई ओर 4 H2O में 4*2 = 8 ,H परमाणु है जबकि बाई ओर एक भी H परमाणु नहीं है इस लिए बाई ओर 8 H+ जोड़कर H परमाणु को बराबर करने पर –
MnO4– + 8H+ ——–> Mn2+ 4H2O ———-(1)
(4)अब दिए गए समीकरण के बाई ओर 8+ – 1+ =7+ है जबकि दाई ओर 2+ है ,इसलिए हम बाई ओर 5e– जोड़ देंगे ताकि बाई ओर भी 7 – 5 =2+ हो जाए .
MnO4– + 8H+ +5 e– —-> Mn2+ 4H2O ——–(1)
अब हम दूसरी अर्ध अभिक्रिया को लेते है –
(1) Fe2+ —->Fe3+ ——–(2)
(2)अब इस समीकरण में आवेस बराबर करने के लिए दाई तरफ एक इलेक्ट्रोन जोड़ देते है-
Fe2+ —->Fe3+ +e– ——-(2)
(3)समीकरण एक में बाई तरफ 5 e– है इसलिए समीकरण 2 में 5 से गुणा कर के जोड़ने पर –
5Fe2+ —–>5Fe3+ +5e– ——(2)
अब हम समीकरण एक और समीकरण दो को जोड़ देंगे-
MnO4– + 8H+ +5 e– —–> Mn2+ 4H2O ——(1)
5Fe2+ ——-> 5Fe3+ +5e– ——-(2)
______________________________________________
MnO4– + 8H+ + 5Fe2+ —–>Mn2+ +4H2O +5Fe3+
______________________________________________
ऊपर दिया गया समीकरण हमारा संतुलित रासायनिक समीकरण होगा.
3Q.निचे दिए गए समीकरण को Ion Electron Method का प्रयोग करके संतुलित कीजिये.
H2C2O4 +H2O2 ———->CO2 +H2O
हल :-(1)सबसे पहले हम इस समीकरण में हो रहे अर्ध अभिक्रिया को लिखते है-
H2C2O4 ——–> CO2 ———(1)
(2)अब हम इस समीकरण में hit & trail method का use करके कार्बोन को बराबर करते है इसके लिए हम CO2 में दो का multiply करेंगें.
C2H2O4 ——->2 CO2 ———(1)
(3)अब बाई ओर दो H है इसलिए दाई ओर 2 H+ आयन जोड़ देंगें
C2H2O4 ——->2 CO2 +2H+ ——–(1)
(4)अब अवेस को बराबर करेंगे इसके लिए बाई ओर 0 आवेस है और दाई ओर 2+ आवेस है ,तो इसे 0 करने के लिए दाई ओर 2 e– जोड़ देंगें .
C2H2O4 ——->2 CO2 +2H+ +2 e– ——–(1)
अब हम दुसरे अर्ध अभिक्रिया को देखते है –
(1) H2O2 ———->H2O ———-(2)
(2)अब सबसे पहले हम O परमाणु को संतुलित करेगें-
H2O2 ———->H2O + H2O ——-(2)
या H2O2 ———->2H2O ———-(2)
(3)अब हम देखते है की दाई ओर 4 H है,अब इसे बराबर करेने पर
2H+ + H2O2 ——->2H2O ———-(2)
(4) अब अवेस बराबर करने के लिए समीकरण के बाई ओर 2e– जोड़ देते है-
2H+ + H2O2 + 2e– ——-> 2H2O ——-(2)
अब हम समीकरण एक और समीकरण दो को जोड़ देते है तो निम्न समीकरण प्राप्त होता है
C2H2O4 ——->2 CO2 +2H+ +2 e– ———–(1)
2H+ + H2O2 + 2e– ——-> 2H2O ———–(2)
_________________________________
H2C2O4 +H2O2 ———–>2CO2 +2H2O
_________________________________
ऊपर दिए गए दोनों समीकरण में H आयन और इलेक्ट्रोन को कैंसिल कर दिया गया है क्यूकी यह पहले समीकरण के दाई ओर जीतनी मात्रा में है उतने ही मात्रा में दुसरे समीकरण के बाई ओर है, अतः ऊपर दिया गया समीकरण हमारा संतुलित समीकरण है .
(4)निचे दिए गए आयनिक समीकरण को Ion Electron Method से संतुलित कीजिये.
Br2 + CO32– ——->Br– +BrO3– + HCO3–
हल :-(1)पहली अर्ध अभिक्रिया निचे दिया गया है –
CO32– ——-> HCO3– ——–(1)
(2)अब H को बराबर करने के लिए समीकरण के बाई ओर एक H+ आयन जोड़ देंगे तो हमारा समीकरण निम्नलिखित होगा
CO32– + H+ ——-> HCO3– ——–(1)
अब हम दूसरी अर्ध अभिक्रिया को देखते है –
(1)Br2 ——->Br– ———-(2)
(2)अब हम ऊपर दिये गए समीकरण को hit &trail method से संतुलित करते है-
Br2 ——->2Br– ————-(2)
(3)अब हम दोनों तरफ के आवेशो को बराबर करेने पर
Br2 + 2e– ——->2Br– ——–(2)
अब हम तीसरी अर्ध अभिक्रिया लिखते है-
(1) Br2 ———–>BrO3– ——(3)
(2)सबसे पहले हम hit &trail method से Br को संतुलित करेंगे.
Br2 ———>2BrO3– ———-(3)
(3)अब हम O परमाणुओं को संतुलित करने के लिए दिए गए समीकरण में दाई तरफ के समीकरण को संतुलित करने के लिये समीकरण के बाई तरफ 6 H2O जोड़ देते है
Br2 +6H2O ——>2BrO3– ——–(3)
(4)अब H परमाणु को संतुलित करने के लिए समीकरण के दाई तरफ 12 H+ अयन जोड़ देंगे.
Br2 +6H2O ——>2BrO3– +12H+ ——(3)
(5)अब इलेक्ट्रोनों को बराबर करने के लिए समीकरण के दाई ओर 10e– जोड़ते है
Br2 +6H2O ——>2BrO3– +12H+ + 10e– ——(3)
अब समीकरण एक ,दो और तिन से –
CO32– + H+ —-> HCO3– ——(1)*12
Br2 + 2e–—–>2Br– ——-(2)*5
Br2 +6H2O —->2BrO3– +12H+ + 10e– —–(3)
______________________________
12CO32– + 12H+ —–>12 HCO3– —–(1)
5Br2 + 10e– ———>10Br– ———(2)
Br2 +6H2O —>2BrO3– +12H+ + 10e– –(3)
______________________________
6Br2 +12CO32– +6H2O ——->12 HCO3– +2BrO3– +10Br–
दिए गए समीकरण के दोनों पक्षों में 2 का भाग देने पर
3Br2 +6CO32– +3H2O ——->6 HCO3– +BrO3– +5Br–
Finally यह समीकरण एक संतुलित आयनिक समीकरण है .
(5)निचे दिए गए आयनिक समीकरण को Ion Electron Method के उपयोग करके संतुलित कीजिये –
MnO2 +Cl– ——>Mn2+ +Cl2
हल :-(1)अब हम इस आयनिक समीकरण को इसके अर्ध अभिक्रिया के रूप में लिखते है-
MnO2 ——>Mn2+ ————–(1)
(2)अब इस समीकरण में O परमाणु को संतुलित करने के लिए समीकरण के दाई ओर 2H2O जोड़ देंगे-
MnO2 ——>Mn2+ +2H2O ——–(1)
(3)अब H परमाणु को संतुलित करने के लिए समीकरण के बाई तरफ 4 H+ आयन जोड़ने पर –
MnO2 + 4 H+ ——>Mn2+ +2H2O ——–(1)
(4)अब आवेश को संतुलित करने के लिए समीकरण के बाई ओर 2e- जोड़ देंगे-
MnO2 + 4 H+ + 2e- —->Mn2+ +2H2O ——–(1)
अब दूसरी अर्ध अभिक्रिया लिखने पर-
(1) Cl– ——>Cl2 ———(2)
(2)अब क्लोरिन को संतुलित करने के लिए समीकरण के बाई तरफ 2 का multiply करेंगे-
2Cl– ——>Cl2 ———–(2)
(3)अब आवेस बराबर करने के लिए समीकरण के दाई तरफ 2e- जोड़ देंगे-
2Cl– ——>Cl2 +2e- ———-(2)
अब समीकरण एक और समीकरण 2 को आपस में जोड़ने पर-
MnO2 + 4 H+ 2e- —>Mn2+ +2H2O —-(1)
2Cl– ——>Cl2 +2e- ——–(2)
__________________________________________
2Cl– +MnO2 + 4 H+ ——–>Mn2+ +2H2O +Cl2
__________________________________________
Finally ऊपर दिया गया समीकरण एक संतुलित आयनिक समीकरण है .
6Q.निचे दिए गए समीकरण को Ion Electron Method का उपयोग करके संतुलित कीजिये –
Cu + NO3– ————->Cu2+ + NO ———(1)
हल :-(1)अब इन अभिक्रिओं को अर्ध अभिक्रिया के रूप में लिखने पर –
Cu ————->Cu2+ ————–(1)
(2)अब इस समीकरण में आवेस को बराबर करने के लिए समीकरण के दाई ओर 2 electron को जोड़ देंगें –
Cu ————->Cu2+ +2e- ———–(1)
अब हम दूसरी अर्ध अभिक्रिया लिखते है-
(1)NO3–————>NO ——–(2)
(2)अब इस रासायनिक समिकरण में O परमाणुओं को बराबर करने के लिए समीकरण के दाई ओर 2H2O जोड़ देंगे
NO3– ———>NO + 2H2O ——–(2)
(3)अब इस समीकरण में H परमाणु को संतुलित करेंगे ,इसके लिए समीकरण के बाई ओर 4 H+ आयन जोड़ देंगे-
NO3– +4 H+ ——->NO + 2H2O —–(2)
(4) अब हम दोनों तरफ आवेश को बराबर करेंगें इसके लिए समीकरण के बाई तरफ हम 3e- जोड़ देंगे-
4 H+ + NO3– +3e- ——>NO +2H2O —–(2)
(5)अब समीकरण 2 के बाई ओर के इलेक्ट्रोनो की संख्या समीकरण एक के दाई ओर के एलेक्ट्रोनो के बराबर करने के लिए समीकरण 2 में 2 का multiply करेंगे-
4 H+ + NO3– +3e- ———->NO +2H2O ——-(2)*2
या 8 H+ + 2NO3– +6e- ——->2NO +4H2O ——-(2)
अब समीकरण (1) और समीकरण (2)को आपस में जोड़ने पर-
Cu ——->Cu2+ +2e- ———-(1)*3
या 3Cu ——>3Cu2+ +6e- ——-(1)
8 H+ + 2NO3– +6e- ——>2NO +4H2O —–(2)
___________________________________________
3Cu +2NO3– +8H+ ——–>3Cu2+ +2NO + 4H2O
___________________________________________
Finally ऊपर दिया गया समीकरण एक संतुलित आयनिक समीकरण है .
(7)निचे दिए गए आयनिक समीकरण को संतुलित कीजिये.
S2O32- + I2 ———->S4O62- +I–
हल :-अब सबसे पहले समीकरण का अर्ध अभिक्रिया लिखने पर-
(1) I2 ——–>I– ———–(1)
(2)अब I को संतुलित करने के लिये समीकरण (1) के दाई तरफ 2 का multiply करेगें
I2 ——–>2I– ———–(1)
अब हम समीकरण के दोनों तरफ आवेश बराबर करने के लिए दिए गए समिकरण के बाई तरफ 2e- जोड़ देंगे.
I2 +2e- ——–>2I– ———–(1)
अब दुसरे अर्ध अभिक्रिया के समीकरण को लिखने पर-
(1) S2O32- ——->S4O62– ——–(2)
(2)अब S और O के परमाणुओं को बराबर करने के लिए समीकरण (2)के बाई ओर 2 का multiply करने पर-
2S2O32- ——->S4O62– ——–(2)
(3) अब आवेश को बराबर करने के लिए इस समीकरण के दाई तरफ 2e- जोड़ने पर –
2S2O32- ——>S4O62– +2e- ——–(2)
अब समीकरण (1)और समीकरण (2) को जोड़ने पर
2S2O32- —–>S4O62– +2e- ——–(2)
I2 +2e- ——–>2I– ———–(1)
________________________________
2S2O32- + I2 ———->S4O62– + 2I–
________________________________
Finally ऊपर दिया गया समीकरण एक संतुलित रासायनिक समीकरण है.
दोस्तों मै आसा करता हु की Ion Electron Method के द्वारा आक्सीकरण और अपचयन समीकरणों को संतुलित करने पर आधारित questions हल करना आपको आ गया होगा ,यदि इस पोस्ट में आपको कोई doubt हो या कुछ न समझ में आया हो तो हमें कमेंट के जरिये बताये यदि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे like करे share करे-
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